Saturday, April 26, 2014

राजनीति में ये हैं घर के विभीषण, दूसरे दलों से दे रहे अपनों को चुनौती

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सौतेले भाई दलजीत सिंह को अचानक बीजेपी ज्वाइन कराकर नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। इससे कांग्रेस जहां गुस्से से लाल हो रही है, वहीं बीजेपी खुश है कि उसे मानसिक बढ़त मिली। अगर देखा जाए, तो यह पहली बार नहीं है जब किसी बड़े नेता के रिश्तेदार ने विरोधी पार्टी ज्वाइन की हो। भारतीय राजनीति में 'घर के भेदियों' का इतिहास पुराना है। 
 
मौजूदा लोकसभा चुनावों को ही लें..कई ऐसे उम्मीदवार हैं, जो अपनों के विरोध में खड़े हैं। तो कई ऐसे हैं, जिनके रिश्तेदार जिस पार्टी में थे, उन्होंने उनसे ठीक अलग विरोधी पार्टी को चुना। 2014 में देश का मतदाता पारिवारिक सदस्यों के बीच छिड़ी रोचक चुनावी जंग देख रहा है। गांधी परिवार हो या सिंधिया घराना या फिर आंध्र में फिल्म स्टार भाइयों चिरंजीवी और पवन कल्याण के बीच छिड़ा वाकयुद्ध, तकरीबन हर राज्य में ऐसे चेहरे मौजूद हैं।
 
आइए चलें, इस रोचक चुनावी सफर पर...और जानें कौन-कौन से चेहरे हैं जो अपनों के खिलाफ चुनावी बगावत का बिगुल फूंक रहे हैं। 

No comments:

Post a Comment