Wednesday, March 18, 2015

कुएं में गिरा बच्चा तो हथिनी ने सूंड़ से खींच निकाला बाहर

एक अद्भूत नजारा दिखाा। कुएं में गिरे अपने बच्चे को बचाने के लिए एक हथिनी रात भर पर मौके पर खड़ी रही। हथिनी के साथ 22 हाथियों का झुंड भी घटना स्थल पर जुट रहा। बच्चे को कुएं से निकालने में बेबस हथिनी चिंघाड़ कर ग्रामीणों को मौके पर इक्कठा कर लिया। इसके बाद लोगों ने हथिनी के बच्चे तक पहुंचने का रास्ता बनाया। तब हथिनी ने खुद अपनी सूंड़ से खींच कर बच्चे को बाहर निकाला और जंगल की ओर चली गई। बच्चे और हथिनी दोनों के सूड़ कुछ यूं लिपट गए मानों कई वर्षों बाद मां और बच्चे का मिलन हुआ हो। इसके बाद ग्रामीणों के बीच भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी। ग्रामीणों द्वारा हाथी के बच्चे को बचाए जाने की इस घटना को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी। मौके पर पुलिस ने भी जबरदस्त व्यवस्था कर रखी थी।
खेत में बना था छोटा सा कुआं
दरअसल इटखोरी की ओर काफी दिनों से 22 हाथियों का झुंड घूम रहा था। वहां कई घर और कई खेतों को रौंदने से ग्रामीणों ने इन्हें उधर से खदेड़ दिया। इसके बाद बीती रात हाथियों का यह झुंड पत्थलगड़ा के तेतरिया ढाब नदी गांव में पहुंचा। हाथियों का झुंड खेतों की ओर जा रहा था कि तभी एक हाथी का बच्चा खेत में बने छोटे से कुएं में जा गिरा।
मां वहीं खड़ी होकर अपने बच्चे को देखती रही
हाथियों ने अपनी सूंड़ से बच्चे को निकालने की काफी कोशिश की पर वे नाकाम रहे। इस वजह से हाथियों का यह झुंड रात भर चिंघाड़ता रहा। सुबह होते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो देखा कि सभी हाथी जंगल की ओर चले गए और बच्चा कुएं में ही गिरा हुआ है। पर बच्चे की मां वहीं खड़ी होकर अपने बच्चे को देख रही थी। इसके बाद ग्रामीण कुछ पास पहुंचे तो हथिनी उन्हें खदेड़ने लगी। धी
रे-धीरे इसकी जानकारी पूरे गांव में फैल गई और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई।

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