Sunday, May 4, 2014

आखिर मिल गया एड्स का इलाज! ऑस्ट्रेलियाई समुद्री मूंगे में है चमत्कार

जेंसी, वाशिंगटन। लाइलाज रही खतरनाक बीमारी एड्स के कारक एचआईवी वायरस के इंफेक्शन की रोकथाम की दिशा में वैज्ञानिकों को सफलता मिल गई है। ऑस्ट्रेलिया के आसपास समुद्र के पानी में पाए जाने वाले मूंगे (प्रवाल) की प्रजाति में पाया जाने वाला प्रोटीन का एक किस्म एचआईवी की रोकथाम में कारगर पाया गया है। यह जानकारी एक अध्ययन में दी गई है। यह अध्ययन नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के बैरी ओ कीफे के नेतृत्व में किया गया है। अध्ययन के नतीजे को एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी की सैन डिआगो में हुई वार्षिक बैठक में पेश किया गया है। 
 
'कैनिडैरिन्स' नाम का प्रोटीन उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के तट से एकत्र किए गए मूंगों में पाया गया। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में हजारों जैविक अभिलेखों की जांच करने के बाद अनुसंधानकर्त्ताओं ने इस प्रोटीन पर ध्यान केंद्रित किया। ओ कीफे ने कहा, तथ्य यह है कि यह प्रोटीन एचआईवी संक्रमण को रोकने में कारगर साबित हुआ है और यह बिलकुल नए अंदाज में इस काम को करता है, जिससे यह वास्तव में चकित करता है।

जिन बबिताजी पर जेठालाल रहते हैं फिदा, रियल लाइफ में ऐसी है उनकी अदा

मुंबई. छोटे पर्दे के हास्य धारावाहिक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की अलग ही दुनिया है। सास-बहू वाले सीरियल में दिखाई जाने वाले झगड़ों और रहस्यमयी दुनिया से परे यह सीरियल सिर्फ और सिर्फ हंसी की बौछारों वाला है।
 
सब टीवी पर प्रसारित होने वाले इस हास्य धारावाहिक की शुरुआत 28 जुलाई 2008 से हुई थी। सफलतापूर्वक अपने 1 हजार एपिसोड भी पूरे कर लिए हैं। अब भी जिस तरह इसने लोगों को जकड़ रखा है, उससे साफ होता है कि यह अभी और लंबी पारी खेलेगा।
 
सीरियल में जेठालाल और दया भाभी के बाद मिस्टर अय्यर व उनकी पत्नी बबिता अय्यर यानी की मुनमुन दत्ता मुख्य भूमिका में नजर आते हैं। फिलहाल हम बात कर रहे हैं मुनमुन दत्ता की, जो सीरियल में मिस्टर अय्यर की पत्नी बबिता अय्यर का किरदार निभा रही हैं। बबिता सीरियल का वह कैरेक्टर है, जिसपर जेठालाल हमेशा फ़िदा रहते हैं। जानते हैं उनकी निजी लाइफ के बारे में कुछ बातें :

बंगाली बाला हैं मुनमुन :
 
इस बंगाली बाला का जन्म 23 सितंबर 1987 को हुआ। वे कलकत्ता शहर से हैं। मुनमुन अब तक कई टीवी चैनलों और मैग्जींस के कवर पेज पर नजर आ चुकी हैं। मुनमुन दत्ता एक मॉडल और बॉलीवुड अभिनेत्री हैं। 'तारक मेहता...' में उनका किरदार उनके हॉट अंदाज के बिल्कुल विपरीत है। 
 
'तारक मेहता...' से मिली पहचान :
 
मुनमुन 2006 में आई बॉलीवुड फिल्म ‘हॉलिडे’ में भी नजर आ चुकी हैं। इस फिल्म की डायरेक्टर महेश भट्ट की बेटी पूजा भट्ट थीं। इस फिल्म को पाकिस्तान फिल्म फेस्टीवल में काफी सराहा भी गया था। फिल्म के मुख्य कलाकार डिनो मारिया और कश्मीरा शाह थीं। हालांकि, मुनमुन दत्ता को असली पहचान ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ धारावाहिक से मिली। सीरियल में वे कृष्णन अय्यर की पत्नी बबिता अय्यर के रूप में हैं। सीरियल में इनकी जोड़ी इसलिए भी मजेदार नजर आती है कि जहां कृष्णन का रंग सांवला है, वहीं मुनमुन बहुत गोरी हैं। धारावाहिक में जेठालाल अक्सर बबिता से फ्लर्ट करते हुए नजर आते हैं।
 
बहुत पुराना है 'जेठालाल' से रिश्ता :
 
जेठालाल और बबिता का रिश्ता बहुत पुराना है। बबिता यानी की मुनमुन दत्ता और जेठालाल यानी की दिलीप जोशी इस सीरियल के पहले ‘हम सब बाराती’ सीरियल में भी नजर आ चुके हैं।
 
विवाद और नखरे :

मुनमुन के साथ एक विवाद भी जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि उन्हें फिजिकल टच बिल्कुल पसंद नहीं हैं। यानी की शूटिंग में अगर कोई ऐसा शॉट आए जहां उन्हें कोई छू रहा हो तो वे चिढ़ जाती हैं। उनकी इस आदत के चलते यहां तक कहा जाता है कि डायरेक्टर उन्हें कई एपिसोड से आउट भी कर चुके हैं, लेकिन मुनमुन फिर भी अपनी बात पर अडिग रहती हैं। इसके अलावा ‘तारक महेता का उल्टा चश्मा’ में वे कृष्णण अय्यर (तनुज महाशब्डे) की पत्नी की भूमिका में हैं। 
 
एक तरह जहां कृष्णन का रंग सांवला है, वहीं मुनमुन बहुत गोरी हैं। इसलिए शुरुआत में मुनमुन को यह रोल करने (कृष्णण की पत्नी) में भी आपत्ति थी।उनके नखरे यहीं पर खत्म नहीं होते। सीरियल में एक शॉट होली खेलने को लेकर था, जिसमें गोकुलवासी एक-दूसरे को रंग लगाते हुए नजर आते हैं। लेकिन मुनमुन ने साफ मना कर दिया था कि कोई उन्हें रंग लगाने के लिए छुए।

 
बताया जाता है कि मुनमुन की इसी बात से चिढ़कर उन्हें सबक सिखाने के लिए डायरेक्टर ने उन्हें कई एपिसोड से बाहर कर दिया था। हालांकि इस बारे में मुनमुन का यह कहना था कि वे कोलकाता में रह रहे उनके पिता बीमार हैं। इसलिए वे कुछ समय के लिए छुट्टी पर जा रही हैं।

अगर नहीं बन सके PM तो क्या करेंगे नरेंद्र मोदी? जानिए, उनकी आगे की रणनीति

नई दिल्ली. बीजेपी के पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की कथित 'लहर' के भरोसे पार्टी सत्ता में आने को लेकर पूरी तरह आश्‍वस्‍त हो चुकी है। यहां तक कि उनके संभावित कैबिनेट को लेकर भी मीडिया में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। (यहां क्लिक करके पढ़ें : नतीजे आने से पहले तैयार मोदी सरकार? जानिए किसे मिल सकता है कौन सा पद )
हालांकि, सवाल यह भी है कि अगर किसी कारण से सत्ता की चाबी बीजेपी या एनडीए के हाथ नहीं लगी तो फिर मोदी क्‍या करेंगे? क्या वह गुजरात में बतौर सीएम अपनी पारी पूरी करेंगे या फिर केंद्र की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाएंगे। ऐसे कई सवालों के बारे में बीजेपी फिलहाल सोच नहीं रही, लेकिन 2004 में सर्वेक्षणों में टॉप पर रहने वाली बीजेपी के असल मैदान में धराशायी होने की कहानी 2014 में भी दोहराई गई तो मोदी के भविष्य पर सवाल उठना तो लाजिमी है। 

भाजपा को भी सताने लगा है बहुमत नहीं मिलने का डर?


नई दिल्‍ली. विपक्षी पार्टियां भले ही कहती रही हों कि चुनाव में जीत मिलने के बाद भाजपा नरेंद्र मोदी की जगह राजनाथ सिंह को प्रधानमंत्री बना सकती है, लेकिन पार्टी में गुजरात के मुख्‍यमंत्री के खेमे ने साफ किया है कि चाहे कैसी भी परिस्थिति आ जाए, पीएम की कुर्सी पर मोदी ही बैठेंगे। इस खेमे से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगर एनडीए को बहुमत नहीं मिला और दूसरी पार्टियों से समर्थन लेने की नौबत आई तो उस स्थिति में भी पीएम की कुर्सी से समझौता नहीं किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी विपक्ष में बैठना पसंद करेगी लेकिन ऐसा कतई नहीं होगा कि मोदी को छोड़ दिया जाए।
 
 
उधर, चुनाव के सात चरण पूरे हो जाने के बाद भाजपा के कुछ हलकों में बहुमत को लेकर चिंताएं भी उभर रही हैं। इन धड़े का मानना है कि एनडीए गठबंधन शायद बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। गौरतलब है कि भाजपा अभी तक एनडीए गठबंधन की जीत को लेकर पूरी तरह आश्‍वस्‍त रही है। कई ओपिनियन पोल्‍स में भी इस गठबंधन को सबसे आगे दिखाया जा चुका है। एक पोल में तो एनडीए को बाकायदा बहुमत मिलने की बात कही गई थी।