Friday, September 16, 2011
पेट्रोल की महंगाई से भड़की आग: ममता को आया गुस्सा, सपाइयों ने फूंका मनमोहन का पुतला
नई दिल्ली. पेट्रोल की कीमतों में 3.14 रुपये की बढ़ोतरी होने के खिलाफ सरकार के खिलाफ गुस्सा भड़क गया है। विरोधी पार्टियां तो सड़कों पर उतर ही गई हैं, सरकार के कई साथी दल भी उसकी मुखालफत पर उतर गए हैं।
विपक्षी बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई के मुद्दे पर दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी पेट्रोल के दाम समेत तमाम जरूरी चीजों का दाम बढ़ाए जाने का विरोध कर रही है। बीजेपी ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार ने एलपीजी के दाम बढ़ाए तो वह पूरे देश में प्रदर्शन करेगी। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि यदि एलपीजी की कीमतें बढ़ाई गईं तो वह इस मुद्दे को संसद में भी जोर शोर से उठाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का ‘आम आदमी’ से कोई वास्ता नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जबसे यूपीए सरकार आई है, पेट्रोल की कीमतों में 25 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। एलपीजी सिलेंडर के दाम भी कुछ ही महीने पहले 50 रुपये बढ़ाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी सड़क से लेकर संसद तक महंगाई के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
उधर, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए। वे पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंक रहे थे। पुलिस ने उन्हें पानी की बौछार मार कर तितर-बितर किया।
यूपीए में शामिल सहयोगी पार्टियां भी रसोई गैस का दाम बढ़ाए जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रही हैं। हालांकि इसके बावजूद एक बार फिर लोन महंगा होने का रास्ता जरूर साफ कर दिया गया है। पिछले 18 महीनों में 12वीं बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी करते हुए रिजर्व बैंक ने रीपो और रिवर्स रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी कर दी है। अब रीपो रेट 8.25 पॉइंट और रिवर्स रीपो रेट 7.25 पॉइंट हो गया है। इस बढ़ोतरी का असर कार और होम लोन पर पड़ेगा। बैंक ग्राहकों से इसके लिए ज्यादा ब्याज दर वसूलेंगे
10 die in Tamil Nadu train collision
er train near Arakkonam junction in Tamil Nadu's Vellore district, killing 10 people and injuring 86. Rescue efforts were on in full swing Wednesday morning with personnel from the Tamil Nadu Commando Force, naval personnel from the INS Rajali base in Arakkonam, Fire Service, National Disaster Response Force and others.
Saturday, September 10, 2011
इस अरबपति के पास ना तो घर है ना कार!
किसी भी इंसान के पास जब बेशुमार दौलत आती है तो वो सबसे पहले अपने लिए एक आलीशान आशियाने का इंतजाम जरूर करता है। और साथ ही लग्जरी कार भी उसकी न्यूनतम जरूरत में शामिल हो जाती है। लेकिन अगर हम आपसे यह कहें कि दुनिया में एक ऐसा भी अरबपति है जिसके पास ना तो घर है और ना ही कोई कार तो यह सुनकर आप दंग रह जाएंगे। लेकिन यह बात सौ फीसदी सच है और हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं उसका नाम है निकोलस बर्जुएन। इनका नाम दुनिया के गिने चुने रईसों में शा
मिल है। और इनके पास कुल 3 अरब डॉलर यानि लगभग 138 अरब रुपए की सं
पत्ति है।
निकोलस हमेशा से ऐसे नहीं थे लेकिन अब इन्होंने अपना सारा कुछ बेच दिया है यहां तक कि महलनुमा घर और कार भी। नतीजतन वह किराए की गाड़ियों में घूमते हैं और होटलों में रहते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि यह अभी तक कुंवारे हैं। 49 वर्षीय निकोलस के पास अपना एक जेट विमान जरुर है जिससे वह सारी दुनिया घूमते रहते हैं इस जेट से वह भारत का भी दौरा कर चुके हैं। उनका पैसा कई देशों में लगा है।
आपको बता दें कि निकोलस ने भारत में भी करीब 20 करोड़ डॉलर निवेश किया है। भारत में उन्होने रियल एस्टेट के अलावा होटलों में निवेश किया है। उन्होंने जर्मनी के रिटेल ग्रुप कार्सटाट में भी भारी निवेश किया है। निकोलस अपनी संपत्ति का काफी बड़ा हिस्सा दान भी कर चुके हैं।
हेलिकॉप्टर से ली गई इन तस्वीरों में ये क्या कैद हो गया......
इंडोनेशिया के बोर्नियो आईलैंड के लोगों के बीच यह मान्यता लंबे समय से प्रचलित है कि कभी यहां एक 100 फीट का सांप ‘नाबौ’ रहता था, जिसका ड्रैगन जैसा सिर और सात फन हुआ करते थे। अब यह कहानी उन्हें हकीकत लगने लगी है। ऐसा इसलिए क्योंकि करीब ढाई साल पहले आपदा प्रबंधन दल ने हेलिकॉप्टर से बोर्नियो की बालेह नदी की कुछ तस्वीरें लीं, जिनमें ऐसा ही एक जीव पानी में तैरता दिखाई दे रहा है। तभी से इस आईलैंड के लोग मानने लगे हैं कि नाबौ लौट आया है। हालांकि जीव वैज्ञानिक इसे मानने के लिए तैयार नहीं थे और उन्होंने आपदा प्रबंधन की टीम की तस्वीरों पर सवाल खड़े कर दिए। साथ ही इस बात की जांच भी की गई कि कहीं ये तस्वीरें फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर से तो तैयार नहीं की गईं।
इतना ही नहीं कुआलालंपुर के एक प्रतिष्ठित अखबार ने तो अपने पाठकों से इन तस्वीरों पर अपना दिमाग लगाने की बात कही थी। हालांकि जिसने भी इन तस्वीरों की जांच की उसने इनमें एडिटिंग की बात को खारिज कर दिया। इन तस्वीरों के अलावा कुछ स्थानीय लोग भी इस रहस्यमय जीव को देखने का दावा करते हैं। उनका कहना तो यह भी है कि यह सांप दूसरे जीवों का रूप ले सकता है।
Ten years after 9/11, Indian Americans have come a long way
Washington: Ten years after terrorists struck US unleashing a backlash against the South Asians given their close resemblance to the hijackers from the Middle East, the community has come a long way.
'Looking back, the country has changed substantially. Just after 9/11, people at large looked at South Asians with some suspicion. Things have completely changed now,' Thomas Abraham, founder president and chair
man emeritus of the Global Organization of People of Indian Origin (GOPIO) told IANS.
'Indian American community has become very active politically,' he noted. 'We have two governors and over a dozen legislatives in the state, county and city levels. We have several people in the administration. That is a lot of accomplishments for the Indian American community.'
Abraham recalled that after 9/11 GOPIO had asked 'our community members to be alert and cautious since the terrorists were from the Middle East and close resemblance to South Asians.'
Deepa Iyer, executive director, South Asian Americans Leading Together (SAALT) also recalled how the organisation transformed and expanded its mission after 9/11.
'When we saw the impact of backlash and discrimination on our community, we realised that there was a void, especially at the national level, of a voice dedicated to raising the perspective of South Asians in the US,' she told IANS.
'SAALT aimed to fill that void, and to bring the issues faced by our communities 'at the table,' so to speak, especially with government agencies and elected officials,' Iyer said.
In 2007, SAALT helped create the National Coalition of South Asian Organizations (NCSO), a network of 42 organizations that serve, organise, and advocate on behalf of the South Asian community across the US.
Another community organisation, the Sikh Coalition has organised hearings on post-9/11 backlash and discrimination attended by over 200 members of Sikh, Arab, Muslim, and South Asian American communities as well as government officials, advocates, and scholars.
Billed as the Unheard Voices of 9/11, the hearings in New York City and Mountain View, California, featured testimony from individuals impacted by backlash discrimination, including targets of school bullying, job discrimination, and profiling.
Tuesday, September 6, 2011
Finally Poonam Pandey Strips, Keeps his promise
Sunday, September 4, 2011
'बड़े खुलासे' से पहले आईसीयू पहुंची सुनीता
जयपुर/अलवर। लापता आईएएस अधिकारी नवीन जैन का पांचवें दिन शनिवार को भी सुराग नहीं लग सका। जैन की तलाश जारी है। इधर, जैन की पत्नी सुनीता की तबीयत शनिवार दोपहर अचानक बिगड़ गई। उन्हें जयपुर के एसएमएस अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया है। इससे पूर्व सुनीता ने शनिवार शाम प्रेस वार्ता बुलाई थी, जिसमें उस शख्स का खुलासा करने वाली थीं, जिसने नवीन जैन को कथित तौर पर मानसिक रूप से प्रताडित किया था।
सुनीता की बहन संगीता ने बताया कि जैन के लापता होने की जानकारी अजमेर के मेयो स्कूल में पढ़ रही उनकी बेटी को नहीं दी गई थी। स्कूल प्रशासन ने भी किसी भी तरह उनकी बेटी तक सूचना नहीं पहुंचने देने की कोशिश की लेकिन शुक्रवार को स्कूल प्राचार्य का सुनीता के पास फोन आया कि वो किसी भी तरह आकर अपनी बेटी को संभाले। इस पर सुनीता सुबह अपनी बेटी से मिलने अजमेर गई थीं। वे जयपुर लौटने के कुछ देर बाद ही बेहोश हो गई।
घबराए परिजनों ने तुरंत उन्हें एसएमएस पहुंचाया। एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ.एल.सी.शर्मा ने बताया कि सुनीता अद्ध मूच्छिüत स्थिति में अस्पताल लाई गई थीं। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। सुनीता के साथ मौजूद उनके परिजन प्रमोद जैन ने बताया कि चिकित्सकों ने भूखे पेट रहने, अवसाद और चिंता को सुनीता की बेहोशी का कारण माना है। रविवार दोपहर तक छुट्टी देने की बात कही है।
कोई धमकी नहीं मिली : इससे पहले सुनीता ने पत्रकारों को शाम छह बजे अपने गांधीनगर स्थित सरकारी आवास पर प्रेस वार्ता के लिए बुलाया था। उसमें वे कथित रूप से उस व्यक्ति के नाम का खुलासा करने वाली थीं, जिसके कारण आईएएस मानसिक रूप से परेशान थे। पत्रकार जब उनके आवास पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि सुनीता के अस्पताल में भर्ती होने के कारण वार्ता स्थगित कर दी गई है। उनके परिजनों ने बताया कि उन्हें प्रेस वार्ता स्थगित करने या न करने के बारे में कहीं से धमकी नहीं मिली थी।
रात भर रहीं परेशान : संगीता ने बताया कि मेयो के प्राचार्य का फोन आने के बाद सुनीता शुक्रवार रात भर परेशान रहीं। पति के साथ बेटी की चिंता में कई बार रोई। वह सुबह अजमेर गई, दोपहर में लौटी, खाना खाया और कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। सुनीता बेटी को यह समझाकर आई थी कि उसके पिता के बारे में जो भी खबरे आ रही हैं वे निराधार है और वे बिल्कुल ठीक है। वह चिंता नहीं करे।
तलाशी अभियान जारी : भिवाड़ी के एएसपी संग्राम सिंह राठौड़ ने बताया कि जैन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उनकी तलाश में पुलिस टीमें हरियाणा के रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, नारनौल, जींद, रोहतक, झज्जर, गुड़गांव व दिल्ली में छानबीन कर रही है।
ऎसे चला घटनाक्रम
30 अगस्त : आईएएस जैन शाहजहांपुर से लापता हुए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृहमंत्री शांति धारीवाल और सीएस एस. अहमद से जानकारी ली। जैन की पत्नी सुनीता सीएस अहमद से मिलीं।
31 अगस्त : पुलिस टीमें हरियाणा व दिल्ली गई। सुनीता ने मीडिया पर लगाए गलत रिपोर्टिग के आरोप। सुनीता व बेटे गौतम ने की जैन से लौट आने की अपील। पत्नी ने कहा-जैन थे मानसिक रूप से प्रताडित।
1 सितम्बर : सुनीता मुख्यमंत्री,डीजीपी हरीशचंद मीना व जैन संत पुलक सागर महाराज से मिलीं।
2 सितम्बर : पुलिस ने किए जैन के इश्तेहार सार्वजनिक स्थलों पर चस्पाए। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रकरण के जांच की मांग की।
3 सितम्बर : सुनीता ने शाम छह बजे पे्रस वार्ता बुलाई, जिसमें जैन को मानसिक रूप से प्रताडित करने वाले शख्स के नाम का खुलासा करने की बात कही थी। शाम छह बजे मीडियाकर्मी जैन के निवास पहुंचे तो बताया गया कि प्रेस वार्ता स्थगित कर दी गई है क्योंकि सुनीता को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।